प्रेम की भावना
प्रेम की शक्ति ही प्रभु की भक्ति है। इसलिए सूफी संत कहते हैं - प्रेम की सीमा असीम है। यह समय और देश के बंधनों से मुक्त है। इसे बंदी नहीं किया जा सकता है। यह सभी बंधनों को नष्ट कर देता है। हम प्रेम के शीतल जल द्वारा ह्रदय से घृणा की प्रचंड अग्नि को शांत कर सकते हैं। प्रेम की भावना पैदा होने से हमारे ह्रदय में किसी के विरुद्ध घृणा की भावना नहीं रहती है। हम सभी को अपना निजस्वरूप ही समझेंगे फिर अपने-पराये का दुराव ही समाप्त हो जाएगा।
The power of love is devotion to the Lord. That's why Sufi saints say - the limit of love is limitless. It is free from the shackles of time and country. It cannot be imprisoned. It destroys all bonds. We can quench the raging fire of hatred from the heart with the cool waters of love. Because of the feeling of love, there is no feeling of hatred against anyone in our heart. We will consider everyone as our own self and then only the distance between us will end.
Feeling of Love | Arya Samaj Marriage Jaipur, 8989738486 | Arya Samaj Marriage Guidelines Jaipur | Arya Samaj Vivah Jaipur | Inter Caste Marriage Jaipur | Marriage Service by Arya Samaj Mandir Jaipur | Jaipur Arya Samaj | Arya Samaj Marriage Helpline Jaipur | Arya Samaj Vivah Lagan Jaipur | Inter Caste Marriage Consultant Jaipur | Marriage Service in Arya Samaj Jaipur | Arya Samaj Inter Caste Marriage Jaipur | Arya Samaj Marriage Indore Jaipur | Arya Samaj Vivah Mandap Jaipur | Inter Caste Marriage Helpline Jaipur | Marriage Service in Arya Samaj Mandir Jaipur | Arya Samaj Intercaste Marriage Jaipur | Arya Samaj Marriage Pandits Jaipur | Arya Samaj Vivah Pooja Jaipur | Inter Caste Marriage helpline Conductor Jaipur | Official Web Portal of Arya Samaj Jaipur Rajasthan
यजुर्वेद के बाइसवें अध्याय के बाइसवें मन्त्र का भाष्य करते हुए महर्षि ने लिखा है कि विद्वानों को ईश्वर की प्रार्थना सहित ऐसा अनुष्ठान करना चाहिए कि जिससे पूर्णविद्या वाले शूरवीर मनुष्य तथा वैसे ही गुणवाली स्त्री, सुख देनेहारे पशु, सभ्य मनुष्य, चाही हुई वर्षा, मीठे फलों से युक्त अन्न और औषधि हों तथा कामना पूर्ण...